June 8, 2013

स्काइप कांफ्रेन्स सम्पन्न

रविवार, 9 जून 2013 को सुबह 8 बजे से स्काइप पर हकलाने वाले व्यक्तियों की आनलाइन कांफ्रेंस आयोजित की गई। इसमें शिमला से अभिषेक कुमार, नईदिल्ली से विनोद और सतना, मध्यप्रदेश से अमितसिंह कुशवाह शामिल हुए। प्रथम स्काइप कांफ्रेन्स पर सभी ने टीसा की इस अभिनव पहल की तारिफ की।

बातचीत की शुरूआत करते हुए शिमला में जूनियर टेलीकाम आफिसर अभिषेक कुमार ने कहा कि फोन पर बातचीत करने, अनजान व्यक्ति से बात करने और अपने सीनियर से बात करने में ज्यादा समस्या होती थी। हकलाहट को छिपाता था। सितम्बर, 2012 में कोर्ग पर आयोजित नेशनल गेट टू गेदर में शामिल हुआ और हकलाहट के बारे में नए तरीके से सोचने और काम करने का रास्ता नजर आया। अपना अनुभव शेयर करते हुए अभिषेक ने बताया कि एक बार आफिस की बैठक पर बोल नहीं पाया, लोग हंसने लगे। उसी दिन मैंने इंटरनेट पर हकलाहट के बारे में सर्च किया और टीसा के सम्पर्क में आया। कई बार सचिन सर से फोन पर बातचीत और इस साल मई 2013 में हरबर्टपुर जाकर सचिन सर से जानने और सीखने का मौका मिला।

नई दिल्ली के विनोद कुमार ने कहा कि बी.टेक कोर्स के तीन साल बहुत निराशा में गुजरे। अटेन्डेन्स तक बोलने में दिक्कत आती थी, दिमाग पर बुरा असर पड़ रहा था, लेकिन अब समय अच्छा गुजर रहा है। टीसा से जुड़कर हकलाहट के बारे में सकारात्मक सोचने का अवसर मिला। आत्मविश्वास बढ़ा है। शिमला में फरवरी 2012 में आयोजित टीसा के एक इवेन्ट में हकलाहट की स्वीकार्यता पर बातचीत हुई। वे कहते हैं कि स्पीच तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। इससे कम्यूनिकेशन अच्छे से हो पाता है।
 
अमितसिंह कुशवाह ने स्काइप कांफ्रेन्स आयोजित करने की आवश्यकता पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि टीसा धाराप्रवाह बोलने की अपेक्षा बेहतर संचार और संवाद पर बल देता है, क्योंकि हमारी प्राथमिक जरूरत सही और दूसरों के समझने योग्य संवाद करना है।

कार्यक्रम का संचालन अमित ने किया और शामिल लोगों को धन्यवाद देते हुए स्काइप कांफ्रेंस पर नियमित रूप से शामिल होने की अपील की।

5 comments:

प्रभु ! कृपा हि केवलम् said...

thanks for sharing .

Satyendra said...

बहुत सुन्दर प्रयास..
इसे अच्छी तरह प्रोमोट करें..

Unknown said...

Hi guys , the idea of skype conference is really very cool .This also helps a lot for the PWS people who wroked in some MNC'S or somewhere else .

Cheers...
J

जागो ग्राहक said...

Hi,

Really Skype conference is very good idea, but think about those who are not able to attend such kind of conferences. So on regular basis post some tips or suggestions regarding STAMMERING.....

Thanks,
Anand

lalit said...

congrats