December 12, 2010

इंदौर में टीसा के स्वयं सहायता समूह की बैठक संपन्न

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में टीसा के स्वयं सहायता समूह की बैठक 12 दिसंबर, रविवार को आयोजित की गई. बैठक में अमितसिंह कुशवाह, प्रमेन्द्रसिंह बुंदेला, धीरेश धारवाल, अवधेशप्रतापसिंह ठाकुर और भारत नीमा उपस्थित थे.

बैठक में अमितसिंह कुशवाह ने कहा की हकलाहट कोई बीमारी नहीं बल्कि बोलने कि एक गलत आदत है और इस आदत को निरंतर अभ्यास से नियंत्रित किया जा सकता है. हकलाने वाले व्यक्ति हर छेत्र में काम कर सकते है और हकलाहट करियर में बाधा नहीं है. प्रमेन्द्रसिंह बुंदेला ने टीसा की गतिविधियों के बारें में नये सदस्यों को जानकारी दी.

बैठक में गोवा के हरीश उसगावकर ने हकलाहट की स्वीकार्यता के बारे में वीडिओ कानफरेंसिंग के माध्यम से बताया कि हम हकलाहट की चुनौती का बेहतर तरीके से तभी सामना कर सकते है जब हम यह स्वीकार करें की हम हकलाते हैं. इससे हम हकलाहट को छुपाने के लिए जो उर्जा खर्च करते हैं, उसका उपयोग हम बेहतर संवाद के लिए कर सकते है.

बैठक का संचालन प्रमेन्द्रसिंह बुंदेला ने किया. अंत में आभार अमितसिंह कुशवाह ने माना.
--
अमितसिंह कुशवाह
Mobile No. 093009-39758

6 comments:

J P Sunda said...

आप सब को बहुत बहुत बधाई | ऐसे ही मिलते रहें , लिखते रहें और आगे बढ़ते रहें |

Satyendra said...

एक और सपना सच हुआ !
जब इस ब्लाग की शुरुआत हुई तब एक आस थी कि कभी कोइ पोस्ट हिन्दी व अन्य भारतीय भाषाओ मे भी लिखेगा..
बहुत सुन्दर! यथा सम्भव कुछ फोटुए भी डाले..
सचिन

jasbir singh said...

Great going TISA SHG Indore. All the good wishes from TISA SHG Chandigarh.

Manohar said...

bahut accha, badhaai ho. you folks are on the right path!

Vaibhav Talegaonkar said...

guys congrts from my bottom heart.
Esse hi lage raho safalta jarur milegi

Gaurav Trivedi said...

आप सभी को बहुत बहुत बधाई...